चुनावी कोलाहल से सियासत की भट्टी में से धुआं निकलने लगा हैं . गोदी मीडिया की अफवाहों और झूठे अनुमानों का भ्रम फैलाया जा रहा हैं . मध्य प्रदेश हो या बाकी राज्य राहुल गाँधी अपनी विश्वसनीयता साबित कर रहे हैं . मध्य प्रदेश के कांग्रेसी धरातल पर तीनो दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ,कमल नाथ और सिंधिया सीधे विजय की मछली के ऊपर अपना निशाना सावधानी के साथ साधे हुए हैं .
मूड ऑफ़ नेशन के सर्वे में राहुल गांधी की लोकप्रियता का ग्राफ दोगुना
पी एम् मोदी अपनी अनर्गल बातो से अपने आप का ही नुक्सान कर रहे हैं . भाजपा नेताओं की माने तब एक सीट पर एक भाजपा उम्मीदवार का खर्चा लगभग तीन करोड़ हैं . भाजपा नेता दबी जुबान में स्वीकारने लगे हैं की अब कोई भी मोदी को देखना और उनके भाषणों को सुनना पसंद नहीं करता . भाजपा का कार्यकर्त्ता अब बिना पैसे के कही भी आने जाने को तैयार नहीं हैं .
सूत्रों के अनुसार कई विधानसभाओं में भाजपा प्रत्याशियों को जनता द्वारा किये गए सवालों से बाख कर भागना पड रहा हैं . मुख्यमंत्री शिवराज चौहान की गृह सीट पर जहाँ अरुण यादव आत्म विशवास के साथ ताल ठोंकते नजर आ रहे हैं . दूसरी तरफ पिछले दिनों शिवराज सिंह चौहान की पत्नी को भारी विरोध का सामना करना पड़ा .
फ़्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद के नये खुलासे से बौखलाई भाजपा सरकार
भाजपा मध्य प्रदेश में इस कदर बौखला गयी हैं की उसको कमल नाथ के खिलाफ स्टिंग आपरेशन और काट छांट कर वीडियो चलाने पड़ रहे हैं . जो सबको पता चल गया हैं की भाजपा आई टी सेल का काम सिर्फ एडिटिंग का ही बचा हैं चाहे सिंगापूर के विकास की एडिट की हुई विकास की वीडियो क्यों न बनानी पड़े राजनैतिक लाभ लेने के लिए भाजपा किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं .
मोदी जी के भाषणों में अब भरोसा कम सपना काम बस राहुल गाँधी और गाँधी परिवार ने ले ली हैं . जितना मोदी राहुल गाँधी के बारे में बोल रहे हैं उसका सीधा राजनैतिक लाभ राहुल गाँधी को साफ़ मिलता दिखाई दे रहा हैं .
इस बार मध्य प्रदेश की जनता की जुबां पर एक ही बात हैं तीन बार बनवा दी अब नहीं बदलाब ज़रूरी हैं .